दुर्लभ कश्यप का जीवन परिचय | Durlabh Kashyap Biography in Hindi 

Durlabh Kashyap Biography in Hindi

Durlabh Kashyap kon hai : नमस्कार दोस्तों आज हम आपको Ujjain के Don Durlabh Kashyap के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि एक कुख्यात अपराधी था हालांकि दुर्लभ इस दुनिया को अलविदा कह गया है।

परंतु फिर भी लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं कि कैसे दुर्लभ इतनी कम उम्र में इतना बड़ा अपराधी कैसे बन गया और भी कई ऐसी कहानियां है। जिसे अपने पीछे छोड़ गया है। Durlabh Kashyap सरगना गैंग का मास्टर था सोशल मीडिया से जमीन तक इस गैंग का खौफ फैला हुआ था।

परंतु Durlabh Kashyap ने कभी भी अपने जीवन में किसी गरीब को नहीं सताया और वह एक बहादुर लड़का था। जिसने कभी भी अपने जीवन में किसी से भी डर का अनुभव नहीं किया यहां तक की मौत भी उसके सामने खड़ी थी फिर भी उसने मुस्कुराते हुए उसे गले लगा लिया है।  

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आइए जानते हैं इसलिए के माध्यम से कि कैसे 16 साल की उम्र में दुर्लभ ने अपराध की दुनिया में कदम रखा और बन गया। गैंगस्टर यदि आप Durlabh Kashyap Biography in Hindi के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

Table of Contents

दुर्लभ कश्यप का जीवन परिचय | Durlabh Kashyap Biography in Hindi 

नामदुर्लभ कश्यप
जन्म08 नवंबर 2000
जन्म स्थाननेदुमुडी, त्रावणकोर
उम्र20 वर्ष
नागरिकताभारतीय
धर्महिंदू
स्कूल का नामजानकारी नहीं
नगरउज्जैन
कॉलेज का नामगवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जम्मू

दुर्लभ कश्यप कौन है ? (Durlabh Kashyap Kon hai)

दुर्लभ कश्यप मध्य प्रदेश राज्य की महाकाल की नगरी उज्जैन का रहने वाला एक बहुत ही बड़ा अपराधी था दुर्लभ ने अपराध करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया दुर्लभ ने कई बड़े अपराध किए थे।

जैसे किसी को जान से मारना, अवैध हथियार का काम और कई बड़े अपराध भी करता था। दुर्लभ का अंदाज सब लोगों से कुछ हटके था मैं हमेशा माथे पर लाल टीका और आंखों में सुरमा लगाता था। 

इसके साथ ही वह गले में काला रुमाल भी डालता था। दुर्लभ कश्यप की गैंग बहुत बड़ी थी और वह गैंगस्टर था। उसके गैंग के सभी लोगों से कोहिनूर के नाम से बुलाते थे।अपराध की दुनिया में कदम रखकर मात्र 20 साल की उम्र में ही अपनी जान से हाथ धो बैठा था।

दुर्लभ कश्यप का जन्म (Durlabh Kashyap Birth)

उज्जैन के शेर दुर्लभ का जन्म बाबा महाकाल की नगरी मैं 8 नवंबर 2000 को जीवाजी गंज के अब्दालपुरा में हुआ था। दुर्लभ के माता-पिता की आपस में बनती नहीं थी। 

इसलिए एक दूसरे से अलग-अलग रहते थे। पिता इंदौर में अपने व्यापार का काम करते थे और दुर्लभ की माता उज्जैन के ही क्षीरसागर स्कूल में पढ़ाती थी दुर्लभ कश्यप अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।

दुर्लभ का परिवार (Durlabh Kashyap Family)

दुर्लभ कश्यप का परिवार भी आम लोगों की जैसा ही था इनके पिता का नाम  मनोज कश्यप  है जो कि पहले मुंबई में एक निजी कंपनी में काम करते थे। परंतु कुछ समय बाद वह इंदौर वापस आ गए और वहां पर उन्होंने एक छोटा सा व्यापार शुरू कर दिया था।

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इनकी माता का नाम पद्मा था जो कि एक सरकारी स्कूल टीचर थी और उज्जैन के ही खीर सागर स्कूल में पढ़ाती थी। दुर्लभ कश्यप अपने माता-पिता की एकलौती संतान था उनका परिवार काफी संपन्न था। किसी चीज की कोई कमी नहीं थी।

परंतु इनके माता-पिता के आपस में विचार मिल नहीं खा रहे थे इसलिए वह एक दूसरे से अलग रहते थे इस कारण ही दुर्लभ कभी अपनी माता के साथ रहता था और जब उसका मन होता था। वह अपने पिता के पास रहने चला जाता था।

Durlabh Kashyap कि माता-पिता उसे बहुत प्यार करते थे दोनों ही उस पर जान लुटाते थे इनको घर में कभी किसी चीज की कोई कमी महसूस नहीं होने दी और जो दुर्लभ कहते हैं उसकी हर इच्छा पूरी करते थे अपने बेटे को उन्होंने बहुत लाड प्यार से पालकर बड़ा किया था।

Durlabh Kashyap नाम क्यों रखा गया | 

मनोज कश्यप और पदमा कैसे हो दोनों पति पत्नी चाहते थे। कि उनका बेटा बड़ा होकर कुछ अलग करें सब से हटकर कोई ऐसा बड़ा काम करें जिससे उनका नाम रोशन हो जाए और उसकी ख्याति पूरे विश्व में फैले इसलिए उन्होंने अपने बेटे का नाम दुर्लभ रखा था।

जबकि मां चाहती थी कि उनका बेटा उन्हीं की तरह शिक्षक बने और लोगों की भलाई करें। परंतु दुर्लभ का सपना तो कुछ और ही था। वह एक खूंखार गैंगस्टर बनने का सपना देखता था।

अपने सपने को पूरा करने के लिए उसने जुर्म की दुनिया मैं कदम रखा दुर्लभ अपनी मां से बहुत ज्यादा प्यार करता था। वह हमेशा अपनी मां से कहता था कि वह बहुत बड़ा काम करेगा और उसका नाम पूरी दुनिया मैं चलेगा लेकिन उसकी मां को क्या पता था कि उनका बेटा समाज के लिए नासूर बन जाएगा।

Durlabh Kashyap किस चीज का शौक था?

दुर्लभ ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा उज्जैन में रहकर ही की थी दुर्लभ को बिल्लियों से बहुत लगाव था इस कारण वे हमेशा बिल्लियों  को पालने का मन बनाते थे। बिल्लियों से प्यार करने के साथ ही दुर्लभ को अपने सपने से भी बहुत ज्यादा प्यार था।

अपने सपने को पूरा करने के लिए गर्म ने मात्र 16 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था दुर्लभ में सोशल मीडिया पर अपना खुद का गैंग प्लेटफार्म फेसबुक पर शुरू किया और फेसबुक के द्वारा ही दुर्लभ अपनी गैंग को चलाता था।

इस गैंग से बहुत से यूजर जुड़ गए जो भी व्यक्ति इस गैंग से जुड़ता था वह अपना वीडियो और फोटो हत्यारों के साथ शेयर करता था और दुर्लभ कश्यप को कोहिनूर भाई के नाम से बुलाता था।

16 साल की उम्र में बना लिया गैंग (Gang formed at the age of 16 )

जब बच्चे स्कूल में पढ़ कर  अपनी पढ़ाई से जुड़ी बातों को लेकर सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए  दिन रात पढ़ाई करते हैं उसी समय दुर्लभ कश्यप जब 16 साल के थे तभी उसे बदमाश बनने का भूत सवार हो गया था।

वह जाने अनजाने एक ऐसे रास्ते पर चल पड़ा जहां पर जाना तो बहुत आसान था पर वापस लौटना नामुमकिन था दुर्लभ में दहशत फैलाने के लिए सोशल मीडिया का रास्ता चुना। जिससे कि काफी छोटे उम्र के युवा इस गैंग  से जुड़ने लगे।

इस गैंग के सभी लोग बड़े बाल लाल टीका लगाते थे और गले में गमछा डालते थे इस गैंग में सबसे ज्यादा नाबालिक युवा जुड़े थे। जिस कारण दुर्लभ को और बढ़ावा मिलता चला गया।

जब दुर्लभ ने अपने साथ लड़कों की भीड़ का अनुभव किया तो उसने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और देखते ही देखते पूरे उज्जैन में उसके नाम की दहशत फैल गई। दुर्लभ कई छोटे-मोटे अपराधों को अंजाम देने लगा था।

इस गैंग के लोग अपने काम को थोड़ा अलग अंदाज में अंजाम देते थे दुर्लभ ने बहुत ही कम उम्र में बड़ा गैंग बनाकर गैंगस्टर बन गया। फेसबुक पर पोस्ट डाला की कुख्यात अपराधी बदमाश हत्यारा किसी भी विवाद के लिए संपर्क करें आपका अपना दुर्लभ कश्यप गैंगस्टर रखा था।

गैंग का खास ड्रेस कोड (Durlabh Kashyap Gang Dress Code)

Durlabh Kashyap के स्टाइल को लाखों युवा पसंद कर रहे थे यही कारण था कि बच्चे अपनी पढ़ाई को छोड़कर दुर्लभ की ओर आकर्षित हो रहे थे। जबकि गैंग अपना ही लोग था इस गैंग के लोग माथे पर लाल टीका आंखों में गहरा काला सुरमा और कंधे पर काला गमछा डालते थे।

इस गैंग के लोग कभी-कभी काले कपड़े भी पहनते थे और वह जब भी किसी वारदात को अंजाम देते थे। तब वह बाबा महाकाल का नाम लेते थे हर हर महादेव।

18 की उम्र में दुर्लभ पर दर्ज हो गए 9 Case

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में  दुर्लभ गैंग का दबदबा बढ़ रहा था पुलिस को इसके बारे में पता चल गया था उज्जैन पुलिस ने गैंग पर नजर रखना शुरू कर दिया था और जैसे ही इस गैंग के लोग एक बार दांत को अंजाम दे रहे थे।

तब पुलिस ने अक्टूबर 2018 में दुर्लभ कश्यप के साथ उसके 23 साथियों को पकड़ लिया था और उन्हें जेल में डाल दिया था।

परंतु दुर्लभ को किसी भी प्रकार का कोई मलाल नहीं था और वह जैसे भी अपनी अगेन का संचालन कर रहा था 18 साल की उम्र में जब बच्चे अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी करते हैं इस उम्र में दुर्लभ के ऊपर कई केस दर्ज हो चुके थे।

18 की उम्र में  बच्चे बोर्ड की परीक्षा देते हैं परंतु गलत कश्यप ने तो इतनी छोटी उम्र में ही जेल की हवा खा ली परंतु फिर भी उसे कोई अफसोस नहीं था क्योंकि वह बनना ही बदमाश चाहता था।

Durlabh Kashyap का दबदबा 

उज्जैन में कम उम्र के युवाओं के बीच  दुर्लभ की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही थी उसके गैंग में 100 से अधिक लोग जुड़ चुके थे। इस गैंग का दबदबा धीरे-धीरे पूरे उज्जैन में फैलता जा रहा था।

दुर्लभ कश्यप का नाम लेते ही उज्जैन का हर छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा व्यापारी भी कांप उठते थे मात्र 18 साल का लड़का उज्जैन का राजा बनने जा रहा था।

इसलिए उसके कई दुश्मन भी बने गए थे इस गैंग के बढ़ते अपराधों मैं उज्जैन पुलिस के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी थी। उस समय उज्जैन के आईपीएस अधिकारी सचिन अतुलकर एसपी थे।

सचिन अतुलकर ने उज्जैन के अपराधों को रोकने के लिए एक हिस्ट्रीशीटर लिस्ट बनाकर आदेश जारी किया था  इस लिस्ट में दुर्लभ कश्यप तथा उनके गैंग के लोगों के नाम थे 2018 में एक बड़ा ऑपरेशन प्लान किया गया।

जिसके तहत दुर्लभ और उसके 23 साथियों को जेल में डाल दिया गया। लेकिन जेल कैसे जाएंगे  कुछ लोग नाबालिक थे। इस कारण उन्हें बाल सुधार केंद्र भेज दिया गया। 

दुर्लभ कश्यप से स्वयं एसपी सचिन अतुलकर जेल में मिलने आए और उन्होंने दुर्लभ को चेतावनी देते हुए कहा कि तू जेल में रहेगा तो ही जिंदा रहेगा बाहर जाते ही तुझे कोई भी मार देगा।

क्योंकि तूने अपनी उम्र से ज्यादा दुश्मन बना लिए हैं परंतु सचिन अतुलकर एसपी की बातों का दुर्लभ कश्यप पर कोई असर नहीं हुआ और वह 1 साल तक जेल में रहा और जेल से ही अपनी  गैंग को संचालित करता रहा  और 2020 में उसने अपनी जमानत करवा ली।

गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप की मौत (Durlabh Kashyap Death)

जेल से छूटने के बाद दुर्लभ कश्यप कई दिनों तक इंदौर में अपने पिता के साथ रहा और कुछ दिनों बाद अपनी मां के पास उज्जैन रहने के लिए चला गया। तभी 7 सितंबर 2020 को  करीब 11:00 रात को दुर्लभ कश्यप गैंग के कुछ लोग उज्जैन की रफीगंज हार फूल वाली गली में पहुंचते हैं।

एक चाय की दुकान पर जाकर खड़े हो जाते हैं जनाब कैसे आप दुकान पर चाय पीने नहीं गया था उस दुकानदार और खुरमजारी को चाकू दिखाकर और धमकी देकर वहां से चला जाता है।

दुर्लभ की मां ने उसके लिए घर पर दाल बाटी बना कर रखे थे। दुर्लभ कश्यप उसके पांच साथियों  के साथ दाल बाटी खा कर घर से करीब 1 बजे घूमते हुए फिर से उसी दुकान पर जाते हैं। 

उस दुकान पर पहले से ही शहनवाज खड़ा था जो कि उज्जैन का एक लोकल गुंडा हुआ करता था। दुर्लभ कश्यप और शाहनवाज आपस में झगड़ने लगते हैं इतने में दुर्लभ कश्यप को गुस्सा आ जाता है और वह अपने पट्टे को निकालकर शाहनवाज पर गोली चला देता है।

वह गोली पहनावा की गर्दन पर लगती है और वह वहीं गिर जाता है इतने में शहनवाज की गैंग के लोग दुर्लभ कश्यप को चारों तरफ से घेर लेते हैं और दौलत की गैंग पर हमला कर देते हैं। परंतु दुर्लभ कश्यप की गैंग के लोग उसे धोखा देकर वहां से भाग जाते हैं और शहनवाज गैंग के लोगों ने दुर्लभ को पकड़कर एक रस्सी से बांध देते हैं।

फिर दुर्लभ के पेट पर 34 बार चाकू से हमला करते हैं और वहीं पर उसकी मौत हो जाती है अपराध की दुनिया में नाम कमाने के शौक के कारण दुर्लभ कश्यप मात्र 20 साल की उम्र में ही दुनिया को छोड़ कर चला गया और 7 सितंबर 2020 उसकी जिंदगी का आखरी दिन साबित हुआ ।

दुर्लभ कश्यप की मौत ने पूरे उज्जैन में हड़कंप मचा दिया था लोग काफी डरे हुए थे। क्योंकि जिस तरीके से दुर्लभ खून किया गया। वह काफी दर्दनाक था इस हादसे को सुनकर दुर्लभ कश्यप की मां भी सदमे में चली गई थी और कुछ दिनों बाद उनकी भी मौत हो गई।

दुर्लभ कश्यप सोशल मीडिया पर दर्जनों Page (Durlabh Kashyap Page)

दुर्लभ कश्यप के मरने के बाद उनकी गैंग के लोगों का नाम किसी भी अपराध में नहीं लिया गया। परंतु इंस्टाग्राम पर दुर्लभ के नाम से करीब 1 दर्जन से भी ज्यादा पेज सोशल मीडिया पर एक्टिव है। इन पेजों पर लगातार वीडियो डाले जाते हैं।

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इन वीडियो पर हजारों लाइक और views आते हैं उनकी वीडियो डालने वाले दुर्लभ की तरह ही कपड़े पहने रहते हैं और लाखों कम उम्र के युवा इन वीडियो को लाइक करते हैं और दुर्लभ कश्यप को अपना टीनएजर मानते हैं।

दुर्लभ कश्यप पर बन रही है फिल्म (Durlabh Kashyap Movie)

वर्तमान समय में सोशल मीडिया पर दुर्लभ कश्यप का नाम और उसका अंदाज  काफी पॉपुलर होता जा रहा है इस कारण ही उनके मरने के बाद भी उसके ऊपर फिल्म बनाई जा रही है। धर्म कश्यप को जैन का शहर कहा जाता था।

दुर्लभ कश्यप के ऊपर जो फिल्म बनाई जा रही है उसमें पंजाबी अभिनेता जय रंधावा इस का रोल निभा रहे हैं। इस फिल्म का पोस्टर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। और बहुत जल्द यह फिल्म सिनेमाघरों में देखने को मिलेगी।

दुर्लभ ने अपने जीवन में कभी किसी गरीब को नहीं परेशान किया था और ना ही कभी किसी लड़की को परेशान किया था लड़कियों की बहुत इज्जत करता था और उज्जैन की सलमान लाला गैंगस्टर से नफरत करता था।

क्योंकि वह गैंग लड़कियों को बहुत परेशान करती थी दुर्लभ की गैंग ने कभी किसी लड़की को परेशान नहीं किया और बताया जाता है। कि कई बार इस गैंग ने लड़कियों की मदद भी की है इस कारण ही युवा दुर्लभ से प्रभावित हो रहे थे।

लेकिन दोस्तों बुरे रास्ते पर चलकर यदि कोई अच्छा काम नहीं किया जाता है तो उसका अंत भी बुरा ही होता है भले ही वह काम कितना ही अच्छा क्यों ना हो

दुर्लभ कश्यप के पिता ने बताया कि मेरे बेटे जैसा ना कोई था और ना ही कोई होगा और मैं नहीं चाहता हूं कि उसकी जैसे गलत रास्ते पर चलकर को इतनी छोटी उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दे। इसलिए हमें अपने बच्चों को सही सीख देकर सही रास्ते पर चलने का सुझाव देना चाहिए।

Q. दुर्लभ कश्यप का मौत कब हुआ था?

 दुर्लभ कश्यप की मौत साल 2020 में हुई थी तब वह मात्र 20 साल के थे

Q. दुर्लभ कश्यप कैसे बने गैंगस्टर?

दुर्लभ कश्यप फेसबुक के जरिए गैंगस्टर बने

Q. दुर्लभ कश्यप कौन था?

दुर्लभ कश्यप मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर का एक बहुत बड़ा गैंगस्टर था उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे

Q. दुर्लभ कश्यप का जन्म कहा हुआ था?

 मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में दुर्लभ कश्यप का जन्म हुआ था

अंतिम शब्दों में

दोस्तों इस लेख में हमने Durlabh Kashyap Biography in Hindi के बारे में विस्तार से सभी जानकारी आपको बताइए Durlabh Kashyap महाकाल की नगरी उज्जैन का एक बहुत बड़ा गुंडा था उसने मात्र 18 साल की उम्र में पूरे भारत में अपना नाम कमा लिया था दुर्लभ का सबसे जुड़े सभी बातें इस लेख में हमने आपके लिए साझा की है।

आशा करते हैं दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप खुश होंगे इसी प्रकार और भी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करें और यह सब जानकारी अपने मित्रों को जरुर शेयर करें धन्यवाद।

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