उमा हरथी एन का जीवन परिचय | IAS Uma Harath N biography in hindi 

Uma Harath N biography in hindi

Uma Harath N  ka jeevan parichay: नमस्कार दोस्तों, आज इस लेख में हम आपको यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले एक ऐसी आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी सपने को पूरा करने के लिए काफी संघर्ष किया।

परंतु उन्होंने हार ना मानते हुए हर बार एक नए जोश के साथ अपने सपने को पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम किया कहते हैं यदि लक्ष्य तक पहुंचना है तो रास्ते पर आने वाली बाधाओं को तो पार करना ही होगा यदि तुम बाधा से डर गए तो लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाओगे। 

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इसी तरह अपने जीवन कि हर बाधा को पार करते हुए  उमा हराथी ने यूपीएससी की परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है इस बार यूपीएससी की परीक्षा परिणाम 23 मई मंगलवार को जब जारी हुए। तो देश की बेटियों ने अपनी मेहनत से यह बता दिया।

भारत की बेटी किसी से कम नहीं है और वह जिस मुकाम तक पहुंचना चाहती है उसे हासिल करके ही रहती है भले ही उसके लिए उसे कितनी ही कठिन प्रयास क्यों ना करना पड़े  जिस तरह Uma Harath N चार बार असफलता का मुंह देखा.

परंतु फिर भी उन्होंने बिना रुके पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में पूरे भारत में चौथा स्थान प्राप्त किया है यदि आप इस महान आईएएस अधिकारी की जीवन के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

उमा हरथी एन का जीवन परिचय | Uma Harath N biography in hindi 

नामउमा हरथी एन
रोल नंबर1019872
गृहनगर तेलंगाना
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
प्रयासों की संख्या5
नागरिकताभारतीय
धर्महिंदू
शिक्षाबीटेक सिविल इंजीनियरिंग 

उमा हरथी का जन्म (Uma Harath N Birth)

उमा का जन्म भारत के तेलंगाना राज्य की नल गोंडा जिले में  एंड हुजूर नगर सीतारमण कॉलोनी सूर्यपेट   1995 में एक समृद्ध परिवार में हुआ था इनका पालन-पोषण तेलंगना में ही हुआ है। इनके पिताजी  का नाम नुकाला वेंकटेश्वरलू है।

जोकि वर्तमान में तेलंगना के  नारायण पेठ क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं इनकी माता ग्रहणी है इनका बचपन काफी अच्छे से गुजरा है और इनकी मां की अपेक्षा पिता से उमा का ज्यादा लगाव है। 

उमा हरथी की शिक्षा

उमा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भारतीय विद्या भवन पब्लिक स्कूल बीएचईएल हैदराबाद से की दसवीं के बाद इनके पिताजी ने इनकी पढ़ाई में रुचि देखते हुए उमा का एडमिशन श्री चैतन्य विद्यालय हैदराबाद में करवा दिया।

ताकि वह अपनी पढ़ाई बहुत अच्छे से कर सके उमा ने अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद ग्रेजुएशन के आईआईटी हैदराबाद से उमा ने बीटेक सिविल इंजीनियर की पढ़ाई भी हैदराबाद से ही पूरी की की पढ़ाई पूरी होते ही उनके पिताजी ने उन्हें आईएएस अधिकारी बनने के लिए प्रोत्साहित किया।

क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि उनकी बेटी एक आईएएस अधिकारी बने उमा बचपन से ही अपने पिता से बहुत प्यार करती है और उनकी हर बात को मानती है इसलिए उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का निर्णय लिया।

उमा ने यूपीएससी की तैयारी करने से पहले आईआईटी हैदराबाद से अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट कर लिया था और फिर इन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी उन्होंने अपना वैकल्पिक विषय नर विज्ञान चुना और वह यूपीएससी पाठ्यक्रम को समझने के लिए लगभग 6 महीने तक एक यूपीएससी संस्थान में काम किया।

उन्होंने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आदान-प्रदान में भाग लेकर 15 दिनों के लिए जापान गई फिर वापस आकर उन्होंने अपनी यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी परंतु उनका मन शांत नहीं हो पा रहा था।

इसलिए उन्होंने अपने दोस्तों से सलाह लेकर इस परीक्षा की तैयारी पर गहन अध्ययन करना शुरू कर दिया।

उमा हरथी का यूपीएससी परीक्षा संघर्ष 

उमा का जीवन काफी संघर्ष पूर्ण रहा है क्योंकि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को अपने पांचवें प्रयास में पास किया है परंतु उन्होंने इससे पहले कई बार निराशा का सामना किया है।

परंतु फिर भी उन्होंने हार ना मानते हुए अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर ही ली उनके पिता का सपना था कि उनकी बेटी आईएएस अधिकारी बने और उन्होंने अपने पिता का सपना पूरा किया। उमा अपने आईएएस बनने का पूरा श्रेय अपने पिता को देती है।

उमा का कहना है कि यदि उनके पिता उन्हें एक स्तंभ की तरह  साथ  ना देते तो वह इस मुकाम तक कभी नहीं पहुंच पाती।

उमा ने यूपीएससी की परीक्षा में जब पहली और दूसरी बार पेपर दिया तो वह केवल प्रिलिम्स ही निकाल पाई परंतु  मेंस की परीक्षा पास ना कर पाए और अपने तीसरे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंच गई थी।

परंतु मेंस परीक्षा मैं सफल हो जाने के कारण उनका अच्छा  मार्क्स स्कोर नहीं रहा  परंतु फिर भी उमा बिना किसी निराशा के प्रयास कर रही थी परंतु उनकी जीवन में एक ऐसा मोड़ आया जिसके बाद वह पूरी तरीके से टूट गई।

जब उमा ने चौथे प्रयास में यूपीएससी का प्रिंस का पेपर दिया था वह इस प्रयास में  असफल हो गई और निराशा ने उनको घेर लिया परंतु उनके पिता के समझाने पर उन्होंने ध्यान दिया की किस कमी के कारण वह असफल हो रहे हैं। 

फिर उन्होंने अपने वैकल्पिक विषय भूगोल को बदलकर एंथ्रोपोलॉजी को चुना और इस विषय को चुनने के बाद उन्होंने पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया।

उमा की असफलताओं ने उन्हें यह सोचने के लिए समय दिया कि वह खुद को किस तरीके से बेहतर कर सकती हैं या यह कहना भी उचित होगा कि उनकी गलतियों ने उन्हें आत्मनिरीक्षण करने का मौका दिया जिससे कि वह अपने जीवन को और बेहतर ढंग से समझ सके। 

यूपीएससी परीक्षा का समय उमा के लिए बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा है क्योंकि किसी भी व्यक्ति को लगातार चार बार असफलता का सामना करना पड़ा बहुत ही निराशाजनक बात थी परंतु फिर भी उमा की प्रशंसा करनी होगी। 

उन्होंने हार ना मानते हुए एक बार फिर प्रयास किया और ईश्वर ने इस बार उनका साथ भी दिया और उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से पूरे भारत में तीसरा मुकाम हासिल कर अपनी मेहनत को सफल किया और अपने पिता का सपना पूरा किया।

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हमें गर्व है हमारे देश की बेटी उमा पर जिन्होंने इतनी असफलताओं के बाद भी उस मुकाम को हासिल किया जिस पर वह पहुंचना चाहती थी।

उमा कहती हैं कि असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो क्या कमी रह गई है देखो और फिर सुधार करो इन पंक्तियों के आधार पर ही उन्होंने अपने सपने को पूरा किया है। किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में हार नहीं माननी चाहिए और अपने लक्ष्य की और निरंतर बढ़ते रहना चाहिए। 

उमा हरथी की तैयारी की रणनीति

उमा ने यूपीएससी की तैयारी के लिए पहले एक 3 साल तक एक सरल सारणी तैयार कर उसका पालन किया उमा के अनुसार यूपीएससी की परीक्षा के लिए ध्यान केंद्रित रहना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि शायद इसी वजह से वह चार परीक्षाओं में सफल रही हैं।

यदि आप किसी की तैयारी करना चाहते हैं तो इन बातों को जरूर ध्यान रखें तभी आप इस परीक्षा में आसानी से सफल हो सकते हैं।

यूपीएससी का सिलेबस समझना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि यह बहुत बड़ा सिलेबस होता है और किस विषय से हमें अपनी शुरुआत करनी है इस बात की जानकारी पहले से ही निश्चित कर ले।

विद्यार्थी को ज्यादा से ज्यादा यूपीएससी परीक्षा के पिछले प्रश्न पत्रों को हल करना चाहिए  पुराने पेपर आपको पिछली परीक्षाओं के सवालों और उनकी जवाबों के रुझानों में एक अच्छा सुझाव देंगे।

विद्यार्थी को यूपीएससी परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट लगाना भी जरूरी है जिससे यह निश्चित हो जाता है कि किन विषयों पर आप की पकड़ अच्छी है।

जो भी विद्यार्थी यूपीएससी की तैयारी करना चाहता है उसे कक्षा छठवीं से लेकर 12वीं तक की एनसीईआरटी पुस्तकों को पढ़ना चाहिए क्योंकि यह पुस्तकें लगभग सभी अवधारणाओं को कवर कर देती हैं परंतु इस पर गहन अध्ययन करना जरूरी है।

विद्यार्थी को सबसे ज्यादा इस बात का ध्यान रखना है कि वह वैकल्पिक विषय बहुत ही सोच समझकर चुने क्योंकि जिस तरह उमा ने अपने वैकल्पिक विषय के कारण 4 बार असफलता का सामना करना पड़ा।

उसी प्रकार किसी भी विद्यार्थी को वैकल्पिक विषय में बताना ना पड़े। इसलिए पहले ही सोच समझकर अपने वैकल्पिक विषय का चुनाव करा जाए।

यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए विद्यार्थी को एक नियमावली बना लेनी चाहिए और उसके अनुसार दिन में या रात में उसका पालन करना चाहिए। कम से कम 1 दिन में 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करनी चाहिए।

तो आप ऑफलाइन कोचिंग ले नहीं तो ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से भी तैयारी कर सकते हैं और यूपीएससी परीक्षा पास कर सकते हैं

विद्यार्थी को असफलताओं से नहीं डरना चाहिए क्योंकि असफलता ही एक ऐसा मार्ग है जो हमें सफलता की ओर बढ़ाता है यदि हम असफलताओं से डर जाएंगे तो आगे जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे।

इसलिए अपनी असफलताओं को अपनी ताकत बनाते हुए सफलता को प्राप्त करने का पूरा प्रयास करना चाहिए जिस तरह उन्हें अपने जीवन की असफलताओं को सीख बनाकर उनसे बहुत कुछ सीखा और अपने व्यक्तित्व को निखारा है उसी प्रकार हर विद्यार्थी को जीवन में यही अपनाना चाहिए।

उमा हरथी का वैकल्पिक विषय

यूपीएससी परीक्षा के लिए अपना वैकल्पिक विषय भूगोल चुना था परंतु लगातार असफलता के कारण उन्होंने अपनी कमियों पर ध्यान देना शुरू किया और पाया कि वह अपने वैकल्पिक विषय में ही अच्छा नंबर Score  नहीं कर पा रही हैं। इसलिए इन्होंने अपने वैकल्पिक विषय को बदलकर एंथ्रोपोलॉजी को चुना। 

यूपीएससी परीक्षा का सिलेबस सागर है उसे पढ़ने के लिए पहले से ही एक रणनीति बनाकर रख लेनी चाहिए परंतु उमा ने अपने वैकल्पिक विषय में थोड़ी चूक कर दी।

क्योंकि वह समझती थी कि मानव विज्ञान वैकल्पिक विषय में बहुत अच्छी तरह वाकिफ है परंतु उन्होंने तैयारी तो पूरी की लेकिन मैं हर बार अपने वैकल्पिक विषय की वजह से ही असफल हो रही थी।

इसलिए उन्होंने अपने पास भी प्रयास में अपने वैकल्पिक विषय  को बदल दिया था उन्होंने बताया कि वैकल्पिक विषय का चुनाव बहुत ज्यादा ध्यान से करना चाहिए।

क्योंकि यही विषय हमें हमारी सफलता तक पहुंचाने में बहुत मदद करता है जिस तरह 4 साल तक भूगोल वैकल्पिक विषय से मैंने असफलताओं का सामना किया। वही एंथ्रोपोलॉजी विषय को चुनकर पांचवी प्रयास में पूरे भारत में तीसरा स्थान प्राप्त किया और अपने सपने को पूरा किया।

उमा हरति एन की सफलता की कहानी

दोस्तों अब हम आपको बताएंगे उमा भारती की सफलता की कहानी के बारे में तो सफलता की कहानी किसी भी व्यक्ति या विद्यार्थी के लिए बहुत ज्यादा प्रेरणादायक है। क्योंकि उन्होंने लगातार यूपीएससी की परीक्षा में 4 बार असफलता का सामना किया था।

परंतु उनके दृढ़ विश्वास और कड़ी मेहनत और ईश्वर पर विश्वास के कारण उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की उमा ने अपनी असफलताओं से सीखा और हर बार बेहतर ढंग से पढ़ाई।

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यूपीएससी की परीक्षा के लिए उम्र में बहुत ही संघर्ष करते हुए अपने जीवन में उतार-चढ़ाव देखे हैं क्योंकि व्यक्ति के जीवन में जब एक बार असफलता आ जाती है। तो वह वही टूट कर निराश हो जाता है परंतु इन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए 4 बार असफलता का सामना किया।

उनके दोस्तों और माता-पिता ने उनका काफी साथ दिया और उनका सहयोग किया और हर बार उन्हें एक नए मोटिवेशन के साथ तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। उन्हें कभी यह महसूस नहीं होने दिया कि इस परीक्षा में सफल होने के लिए उन्हें कितना समय लगेगा।

उन्होंने बस यही सुझाव दिया कि तुम्हें एक आईएएस ऑफिसर बनना ही है भले ही इसके लिए तो मैं कितनी मेहनत क्यों ना करना पड़े इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में असफलता को स्वीकार कर सफलता की ओर बढ़ना चाहिए। 

उमा ने अपने लगातार प्रयासों से आने वाले भविष्य में यूपीएससी के विद्यार्थियों को एक प्रेरणा दी है। वह महिला सशक्तिकरण क्षेत्र में काम करना चाहती हैं और महिलाओं के हितों के बारे में उन्हें जानकारी देते हुए आत्म सुरक्षा की पहचान से जीना सिखाना चाहती है। 

Q. उमा हरथी एन जन्म कहां हुआ था?

उमा हरथी एन जन्म तेलंगाना हुआ था

Q. उमा हरथी एन के पिता का नाम क्या था?

उमा हरथी एन के पिता का नाम नुकाला वेंकटेश्वरलू था

Q. उमा हरथी एन यूपीएससी में कौन सी रैंक प्राप्त की है?

उमा हरथी एन यूपीएससी में AIR 3rd रैंक प्राप्त की है

अंतिम शब्दों में

इस लेख में हमने आपको उमा हरथी के बारे में (Uma Harath N biography in hindi) जीवन परिचय के बारे में विस्तार से सभी जानकारी बताइए आशा करते हैं। दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप खुश होंगे इसी प्रकार और भी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं और ऐसे ही कई आईएएस अधिकारी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

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