अरविंद केजरीवाल का जीवन परिचय,जाने मुख्यमंत्री बनने का सफर | Arvind Kejriwal Biography in Hindi
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नमस्कार दोस्तों, इस लेख में हम आपको राजनीति से जुड़े एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे हैं जिन्होंने बहुत कम समय में भारत की राजनीति में इतनी ऊंचाइयों को हासिल किया है। जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता देश की राजधानी में बैठकर शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए ऐसे काम कर रहे हैं। जिनके लिए उनकी जितनी सराहना की जाए वह कम है।
दोस्तों हम बात कर रहे हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जी की जो कि पहले एक सामान्य सामाजिक कार्यकर्ता हुआ करते थे। लेकिन अपनी मेहनत और देश में सुधार लाने के लिए आम आदमी पार्टी की स्थापना की थी। पहले यह पूर्व भारतीय राजस्व अधिकारी अफसर थे।
अरविंद केजरीवाल भारतीय राजनीति में वह नाम हैं, जो अक्सर किसी न किसी विवाद में उलझे रहते हैं। इन्होंने अपने जीवन में लगातार ऐसे महान काम किए हैं। जिनके कारण लगातार दिल्ली से ही तीसरी बार बतौर मुख्यमंत्री चुने गए हैं। यदि आप आम आदमी से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
Table of Contents
अरविंद केजरीवाल का जीवन परिचय (Arvind Kejariwal Biography in Hindi)
नाम | अरविंद केजरीवाल |
जन्म स्थान | सिवानी, हरियाणा |
जन्मदिन | 16 अगस्त 1968 |
धर्म | हिंदू |
पद | पूर्व भारतीय राजस्व अधिकारी भारतीय राजनेता मुख्यमंत्री |
भाषा का ज्ञान | अंग्रेजी हिंदी |
जाति | वैश्य (बनिया) |
उम्र | 54 |
स्कूल | क्रिश्चियन मिशनरी होली चाइल्ड विद्यालय, सोनीपत, हरियाणाकेंपस स्कूल हिसार, हरियाणा |
नेट-वर्थ | ₹3.75 करोड़ |
विश्वविद्यालय | शैक्षिक योग्यताभारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, पश्चिम बंगालबीटेक (आईआईटी खड़कपुर) |
इनकम | ₹3.9 लाख + अन्य भत्ते |
अरविंद केजरीवाल का जन्म एवं परिवार ( Arvind Kejariwa birth and family )
अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के सिवानी शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार मैं हुआ था। इनका अधिकतर समय उत्तरी राज्यों जैसे सोनीपत, गाजियाबाद, सिवानी में गुजरा था।
इनके पिता का नाम गोविंद राम केजरीवाल है, जो कि एक इलेक्ट्रिशियन इंजीनियर थे। इनकी माता का नाम गीता देवी है जो एक ग्रहणी हैं केजरीवाल अपने घर में सबसे बड़े हैं। इनके अलावा इनका एक छोटा भाई और एक बहन है।
नाम | अरविंद केजरीवाल |
पिता का नाम | गोबिंद राम केजरीवाल |
माता का नाम | गीता देवी |
बहन का नाम | रंजना केजरीवाल |
भाई का नाम | मनोज केजरीवाल |
बेटी का नाम | हर्षिता केजरीवाल |
बेटे का नाम | पुलकित केजरीवाल |
अरविंद केजरीवाल की शिक्षा और कैरियर
अरविंद केजरीवाल की प्रारंभिक शिक्षा सिवानी के कैंपस स्कूल और क्रिश्चियन मिशनरी होली चाइल्ड स्कूल से हुई. यहां से इन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी की यह पढ़ने में बचपन से ही काफी होशियार रहे है, पढ़ने में अच्छा होने के कारण इनके पिताजी ने इन्हें 1985 में आईआईटी का एग्जाम दिलवाया।
जिसमें वह सफल हुए आईआईटी में इन्होंने ऑल इंडिया मैं 563 भी रैंक हासिल की जिसके कारण इन्हें आईआईटी खड़कपुर में मैकेनिकल इंजीनियर में एडमिशन मिला।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई उन्होंने 4 साल में पूरी करके स्नातक की डिग्री प्राप्त की इसके बाद इन्होंने अपनी सबसे पहली नौकरी टाटा स्टील जमशेदपुर बिहार में की, लेकिन इन्होंने नौकरी को छोड़कर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर दिया और 1993 में पहले ही प्रयास में भारतीय राजस्व सेवा आईआरएस में सफल हुए और एक आईआरएस अधिकारी के रूप में कार्य करने के लिए नियुक्त हो गए।
उनका कैरियर राजनीति के पहले और राजनीति के बाद भी सफल कैरियर के रूप में सामने आता है, सिविल सेवा की परीक्षा पास करने बाद यह भारत सरकार के अधीन काम करने लगे यहीं से उनके मन में राजनीति से जुड़ने का विचार आया और उन्होंने अपना पहला कदम अन्ना हजारे के आंदोलन से रखा।
अरविंद केजरीवाल का राजनीति में आने का कारण
साल 2010 में जब अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल लाने के लिए भारतीय किसानों के हित के लिए अनशन कर रहे थे तब केजरीवाल ने इस आंदोलन में सक्रियता से काम किया और इस आंदोलन में उनके साथी भी पूरी सक्रियता से काम कर रहे थे।
जिसके कारण इनकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही थी परंतु यह आंदोलन सफल नहीं हो पा रहा था क्योंकि अन्ना हजारे का कहना था कि राजनीतिक वह गंदगी है जिसमें उतरने वाले लोग गंदे हो जाते हैं
जबकि अरविंद केजरीवाल कहते थे कि इस गंदगी को साफ करना हम देशवासियों का काम है इस कारण इन दोनों के बीच मतभेद हो गया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आंदोलन के साथ-साथ हमें जागरूक राजनीति करने की भी आवश्यकता होती है इन्होंने अपनी तीव्र राजनैतिक सक्रियता से पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा इसी आंदोलन से इन्होंने राजनीति में अपना पहला कदम रखा।
जब वह आईआरएस अफसर के रूप में कार्य करते थे तब उन्हें अक्सर भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था इसी समस्या के कारण उन्होंने नौकरी छोड़ी परंतु अन्ना हजारे ने अपने आप को राजनीति से दूर ही रखा।
जनलोकपाल आंदोलन के बाद इन्होंने अपनी एक अलग राजनीतिक पार्टी 12 नवंबर 2012 को बनाई जिसका नाम इन्होंने आम आदमी पार्टी रखा आम आदमी पार्टी पहली बार दिल्ली से विधानसभा चुनाव लड़ी और बहुत अच्छे परिणामों के साथ सामने आई।
इस पार्टी को 70 में से कुल 28 सीटें मिली, अरविंद केजरीवाल ने करीब डेढ़ महीने तक कांग्रेस सरकार के बाहरी समर्थन से इस पार्टी को चलाया परंतु कुछ समय बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा देने के बाद लगभग 1 साल तक दिल्ली में एलजी की सरकार रही।
परंतु जब दूसरी बार चुनाव हुए तो इनका परिणाम बेहतर हो गया आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें मिली यह भारतीय राजनीति की ऐतिहासिक जीत मानी जाती है।
अरविंद केजरीवाल का सामाजिक कल्याण कार्य
अरविंद केजरीवाल ने टाटा स्टील जमशेदपुर से त्यागपत्र देकर यूपीएससी की तैयारी की तभी इन्होंने मदर टेरेसा से मुलाकात कर उनके आश्रम में 2 महीने तक काम किया अरविंद केजरीवाल अपने कैरियर के प्रारंभ में सामाजिक कार्य करते थे तो उन्हें खुशी मिलती थी।
उन्होंने क्रिश्चियन ब्रदर्स एसोसिएशन के साथ भी काम किया रामकृष्ण मिशन के साथ जोड़कर उन्होंने गांवों के लिए भी विभिन्न प्रकार के काम किए अरविंद केजरीवाल ने नेहरू युवा केंद्र को अपने सामाजिक कल्याण कार्य के लिए चुना।
जब यह आयकर विभाग में काम करते थे तब इन्होंने परिवर्तन नामक जन आंदोलन की शुरुआत की इस आंदोलन से उन्होंने दिल्ली में बनने वाले राशन कार्ड को लेकर जो स्कैम चलाई जा रही थी। उसका पर्दाफाश किया।
अरविंद केजरीवाल का विवाह
आईआरएस की प्रशिक्षण के दौरान 1993 में इनकी मुलाकात आईआरएस अधिकारी सुनीता से हुई ट्रेनिंग पूरी होने के बाद केजरीवाल की पोस्टिंग दिल्ली में हुई और 1995 में इन दोनों ने शादी कर ली इस शादी से अरविंद केजरीवाल की एक बेटा और एक बेटी है जिनका नाम पुलकित और हर्षिता है।
आम आदमी पार्टी की स्थापना
अरविंद केजरीवाल को राजस्व विभाग में काम करते हुए हैं यह समझ आ रहा था कि सरकारी तंत्र में गहरा भ्रष्टाचार हो रहा है वह समझ गए थे कि इस विभाग में काम करते हुए भ्रष्टाचार को कम नहीं किया जा सकता इसीलिए सामाजिक कार्यों से जुड़े रहने के लिए उन्होंने 2006 में आयकर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर पद से त्यागपत्र दे दिया।
इस नौकरी को छोड़ने के बाद वह लगातार सामाजिक मुद्दों से जुड़ी हुई समस्याओं को सुलझाने के लिए रास्ते ढूंढते रहे इसीलिए उन्होंने अन्ना हजारे के जनलोकपाल आंदोलन में भाग लिया परंतु उन्हें यहां पर एक पार्टी की कमी महसूस हुई इसीलिए उन्होंने अक्टूबर 2012 में आम आदमी पार्टी की नींव डाली।
अरविंद केजरीवाल का ऑफिसर से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर
आम आदमी पार्टी की स्थापना करने के बाद 2013 में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से प्रचार प्रसार शुरू किया जिसके कारण 2013 में आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा से 70 सीटों में से 28 सीटों पर जीत हासिल हुई।
अरविंद केजरीवाल ने अपने सामने खड़ी हुई शीला दीक्षित को 25000 वोटों से हराया जिसके बाद कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी ने साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल को 28 दिसंबर 2013 के दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई।
मात्र 49 दिनों के बाद ही अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया मुख्यमंत्री के पद पर रहते समय ही अरविंद केजरीवाल ने 50% बिजली की दरों में कटौती करने की घोषणा कर दी थी।
मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले सिक्योरिटी वापस लौट आई इनका प्रमुख मुद्दा लोकपाल बिल रहा जिस पर इन्होंने दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विपक्षी दल भाजपा और यहां तक की कांग्रेस के साथ भी गतिरोध बना रहा केजरीवाल लोकपाल मुद्दे को कानूनी रूप देने के लिए प्रतिबद्ध थे।
2014 में लोकसभा सीट में खड़े होने के लिए अरविंद केजरीवाल ने फिर से ऐलान कर दिया अरविंद केजरीवाल वाराणसी सीट से खड़े हुए पर वह 3 लाख 70 हजार वोटों से हार गए।
2015 में अरविंद केजरीवाल फिर से विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी को खड़ा किया और इस बार आम आदमी पार्टी ने इतिहास रच दिया 70 सीटों में से इन्होंने 67 सीटों पर विजय प्राप्त की जिसके चलते कहा जाता है कि दिल्ली की जनता ने तहे दिल से अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की गद्दी पर बैठाया और इस बार अरविंद केजरीवाल दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।
इसी प्रकार 2020 में भी विधानसभा चुनाव जीतकर अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री बने इस बार उन्होंने 70 में से 62 सीटों पर विजय प्राप्त की और भारत की राजनीति में एक अलग ही पहचान बना ली।
अरविंद केजरीवाल अवार्ड और सम्मान
अरविंद केजरीवाल को 2005 मे आईआईटी खड़कपुर के द्वारा सत्येंद्र दुबे अवार्ड से सम्मानित किया गया यह अवार्ड इन्हें सरकारी तंत्र में पारदर्शिता लाने के कारण दिया गया था।
2006 में परिवर्तन जन आंदोलन का मुख्य रूप से सहयोग करने के कारण इन्हें रमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित किया गया इन्होंने इस अवार्ड की राशि मैं दान कर दी थी।
अरविंद केजरीवाल की कुल संपत्ति (Arvind Kejariwal Net Worth)
मासिक आय ( monthly income ) | 1.25 लाख रूपए |
कुल संपत्ति | 2 करोड़ |
अरविंद केजरीवाल से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- अरविंद केजरीवाल का पसंदीदा हीरो आमिर खान है, यह उनकी हर फिल्म देखते हैं इनको हिंदी फिल्में देखना बहुत पसंद है।
- अरविंद केजरीवाल ने आईआईटी खरगपुर की परीक्षा पहली बार में ही निकाल ली थी साथ ही, उन्होंने जब यूपीएससी की तैयारी की तो उस परीक्षा में यह पहले प्रयास में ही सफल रहे।
- जब यह कॉलेज में थे तब हमें थिएटर में बहुत अधिक रुचि थी और राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
- जब अरविंद केजरीवाल ने आईआईटी खड़कपुर से स्नातक की पढ़ाई पूरी की उसी समय गूगल के तत्कालीन सीईओ ने खड़कपुर में एडमिशन लिया था।
- 1994 में नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन मैं इनकी मुलाकात सुनीता से हुई थी वहीं से इनका रिश्ता आगे बढ़ा और उन्होंने शादी कर ली।
- जब अरविंद केजरीवाल आईआरएस अफसर थे तब उन्होंने चपरासी की सेवा नहीं ली और वह अपना डेक्स खुद ही साफ किया करते थे।
- अरविंद केजरीवाल को शतरंज खेलने का बहुत शौक है और इन्हें स्केचिंग करना भी बहुत अच्छे से आता है।
- इन्हीं सड़क के किनारे गोलगप्पे खाना बहुत पसंद है इन्हें मीठे भोजन में जलेबी खाना बहुत पसंद है।
अरविंद केजरीवाल विवादों में
जब से इन्होंने राजनीति में कदम रखा है तभी से यह विवादों के घेरे में फंसे रहते हैं कई नेताओं ने उन पर मानहानि का मुकदमा चलाया है और इनके ऊपर कई धाराएं दर्ज हैं जिसके कारण यह अधिकतर चर्चा में बने रहते हैं।
- टीवी ऐड का विवाद; अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के प्रचार के लिए एक टीवी ऐड निकाला था जिसमें वह परेशान करते रहे हम काम करते रहे लाइनें थी जिसके कारण अरविंद केजरीवाल और केंद्र सरकार के बीच विवाद हुआ।
- कुमार विश्वास प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के साथ; आम आदमी पार्टी बनाने में कुमार विश्वास प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव इन तीनों ने अपनी अहम भूमिका निभाई है परंतु बाद में अरविंद केजरीवाल और उनके रिश्ते में कड़वाहट आ गई जिसके कारण एक-एक करके यह आम आदमी पार्टी से दूर हो गए।
- नकली डिग्री; दिल्ली के मुख्यमंत्री पर यह आरोप है कि उन्होंने कई ऐसे लोगों को आम आदमी पार्टी से टिकट दी है जिनके पास फर्जी डिग्रियां हैं।
- पूर्व गवर्नर नजीब जंग से विवाद; 2015 में अरविंद केजरीवाल ने नजीब जंग पर केंद्र सरकार की कहनी के हिसाब से काम करने का आरोप लगाया था जिसमें अफसरों की ट्रांसफर का मामला मुख्य रूप से शामिल था उनको सही तरीके से कामना कर देने के कारण उन्होंने पूर्व गवर्नर और केंद्र सरकार पर आरोप लगाए।
- बन मैन पार्टी ; लोग कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल काफी घमंडी है अक्सर पार्टी के लोग उन पर यह आरोप लगाते हैं कि वह किसी लोकतांत्रिक तरीके की बिना अपनी मर्जी से काम करते हैं।
- दिल्ली पुलिस ; अक्सर दिल्ली पुलिस और अरविंद केजरीवाल के आपस में मनमुटाव बना रहता है क्योंकि दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अंतर्गत आती है अरविंद केजरीवाल ने अपने एक इंटरव्यू में दिल्ली पुलिस को ठुल्ला कहा था।
- बिजली बिल की अधिकता ; कहा जाता है कि उनके निवास पर 35 एसी और कई कूलर हैं क्योंकि मुख्यमंत्री निवास से बिजली का बिल ₹1 लाख आया था इस पर विपक्ष ने कहा था कि वे आम जनता के पैसों से अपना सुख भोग रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल पंजाब चुनाव 2022 (Arvind Kejariwal Punjab Chunav 2022)
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में इस साल बेहतरीन प्रदर्शन कर ऐतिहासिक जीत हासिल की है अब भारत के 2 राज्यों में दिल्ली और पंजाब में आम आदमी की पार्टी बन चुकी है।
पंजाब में मुख्यमंत्री के रूप में भगवंत मान को उम्मीदवार बनाया गया था जिसमें इन्हें जीत मिली पंजाब के नए मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के भगवंत मान जी हैं कहा जाता है कि अरविंद केजरीवाल ने सामान्य लोगों की परेशानियों को समझ कर उन्हीं लोगो के बीच में से आम आदमी पार्टी बनाई है।
जिसके कारण लोगों ने उनकी कामों को सराहा है अच्छा काम करने के कारण आम आदमी पार्टी दो राज्यों में अपना शासन चला रही है यदि इसी प्रकार वह काम करते रहे तो आगे कई राज्यों में वह अपनी पार्टी का सिक्का जमा सकते हैं।
Q. आम आदमी पार्टी की स्थापना कब हुई थी?
नवंबर 2012 में।
Q. दिल्ली के शिक्षा मंत्री का नाम क्या है?
मनीष सिसोदिया।
Q. अरविंद केजरीवाल का धर्म क्या है ?
हिन्दू
Q. अरविंद केजरीवाल की पत्नी का नाम क्या है ?
सुनीता केजरीवाल
Q. दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन है?
अरविन्द केजरीवाल।
Q. आम आदमी पार्टी का मतलब क्या है?
संक्षेप में आप, सामाजिक कार्यकर्ता है।
अंतिम शब्दों में
दोस्तों इस लेख में हमने आपको भारत के एक ऐसे राजनेता ( Arvind Kejriwal Biography in Hindi ) अरविंद केजरीवाल के बारे में जानकारी दी है जिसके जीवन परिचय के बारे में जानकारी बहुत ज्यादा खुश होंगे एक सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद देश के भ्रष्टाचार, गरीबी, शिक्षा, चिकित्सा और अन्य क्षेत्र को सुधारने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़कर राजनीति की शुरुआत करी और दिल्ली जैसे राज्य के मुख्यमंत्री बने हमारे द्वारा दी गई।
इस लेख में अरविंद केजरीवाल के बारे में सभी जानकारी को पढ़कर आप बहुत ज्यादा खुश होंगे ऐसी आशा करते हैं इस जानकारी को आप अपने सभी मित्रों को जरूर शेयर करें।
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