दोनों पैर गवाने के बाद बने IAS, जाने सूरज तिवारी का जीवन परिचय | IAS Suraj Tiwari Biography in hindi

IAS Suraj Tiwari Biography in hindi

सूरज तिवारी का जीवन परिचय, जन्म, परिवार, शिक्षा, करियर, यूपीएससी परीक्षा का संघर्ष, वैवाहिक जीवन, सूरज तिवारी के कथन, नेटवर्क, और कुछ रोचक जानकारियां ( IAS Suraj Tiwari Biography in hindi, IAS Suraj Tiwari ka jeevan Parichay, Birth, Education, Family,Career,Marriage, Thought, UPPSC struggle, Important information) 

IAS Suraj Tiwari Biography in hindi : नमस्कार दोस्तों आज इस लेख में हम आपको सूरज तिवारी आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने भारत की सबसे कठिन परीक्षा UPPSC में 917 rank हासिल की है।

उनका जीवन संघर्ष से भरा रहा है क्योंकि वह शारीरिक रूप से सक्षम है परंतु फिर भी उन्होंने बिना हार माने अपनी जिंदगी की हर परिस्थिति से लड़ते हुए वह मुकाम हासिल कर लिया है।

जो कई लोगों का सपना होता है 28 वर्ष की उम्र में इन्होंने अपने सपने को पूरा कर अपने जीवन को सार्थक बनाया है और अपने मां-बाप की जीवन में खुशियां  लाएं हैं इनके परिवार ने काफी मुसीबतों का सामना किया है। 

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यदि आप भी ऐसे महानसंघर्षशील IAS अधिकारी के सफलता का सूत्र IAS Suraj Tiwari Biography in hindi के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

IAS Suraj Tiwari Biography in hindi | सूरज तिवारी का जीवन परिचय

नामसूरज तिवारी 
जन्म1995 
जन्म स्थानउत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले
नागरिकताभारतीय
पिता का नामराजेश तिवारी
माता का नामआशा देवी
धर्महिंदू
जातितिवारी
आईएएस रैंक970 बी Rank 

सूरज तिवारी कौन हैं (Who is Suraj Tiwari)

आइए सूरज तिवारी वह इंसान हैं जिन्होंने इस कविता की पंक्तियों को सार्थक बना दिया है की कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होतीसूरजीत प्रसिद्ध भारतीय सिविल सेवा है जो शारीरिक रूप से अक्षम है।

24 जनवरी 2017 को जब सूरज दिल्ली से अपने घर जा रहे थे तब आ जाना गाजियाबाद में वह एक दुर्घटना का शिकार बन गए और वह लड़का कर पटरी पर गिर गए इस दुर्घटना में उनकी जीवन को काफी क्षति पहुंचाए।

क्योंकि इसमें उन्होंने अपने दोनों घुटनों के नीचे की पैरों को दाहिना हाथ की कोहनी तक एवं बाएं हाथ की उंगलियों को खो दिया था और वह अपने जीवन से निराश हो गए परंतु फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और आसमान की ऊंचाइयों को छूने का सपना देख लिया था।

सूरज तिवारी का जन्म ( Suraj Tiwari Birth)

भारतीय सिविल सेवक सूरज तिवारी का जन्म उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में 1995 एक मध्यमवर्गीय हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था इनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर थी।

सूरज तिवारी का परिवार (Suraj Tiwari Family)

सूरज के पापा का नाम राजेश तिवारी है जोकि सिलाई का काम करते हैं और उन्हें राजेश टेलर के नाम से जाना जाता है इनकी माता का नाम आशा देवी है वह अपने पति के काम में हाथ बताती है और घर को भी संभालती है 

सूरज कुल मिलाकर चार बहन भाई हैं इनकी भाइयों का नाम राघव तिवारी राहुल तिवारी एवं बहन का नाम प्रिया तिवारी है।

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सूरज तिवारी की शिक्षा (Suraj Tiwari Education) 

सूरज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षामहर्षि परशुराम पब्लिक स्कूल सनल स्कूल से पूरी की है आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली चले गए और स्नातक की पढ़ाई  के लिए उन्होंने जेएनयू से बीएससी करने के लिए एडमिशन लिया।

परंतु उनके एक्सीडेंट के कारण उन्होंने बीएससी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और 6 महीने बाद उन्होंने फिर से जेएनयू में एडमिशन लिया और  बीए विषय से ग्रेजुएशन को पूरा किया।

2020 में उन्होंने इसी विषय से मास्टर डिग्री के लिए एडमिशन लिया और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी जेएनयू में उन्हें ₹2500 एस्कॉर्ट भत्ते के रूप में दिए जाते थे।

सूरज तिवारी का वैवाहिक जीवन (Suraj Tiwari Marriage)

सूरज तिवारी अभी-अभी आए थे उन्होंने अपने वैवाहिक जीवन के बारे में किसी भी प्रकार की सोशल मीडिया पर कोई जानकारी नहीं दी है।

जैसे ही इस बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी हमें प्राप्त होती है इसलिए के माध्यम से हम आपको तुरंत ही अपडेट कर देंगे।

सूरज तिवारी का संघर्ष (Suraj Tiwari Struggle)

सूरज ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है और यूपीएससी की तैयारी के दौरान भी उनकी जीवन में ऐसी परिस्थितियां आई है जिन्होंने उन्हें कई बार झकझोर दिया जब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पहली बार दी थी। तो उसमें उन्हें असफलता प्राप्त हुई।

जब उनका एक्सीडेंट हुआ था तब उनकी पिताजी ने उनके इलाज के लिए करीब ₹2000000 का कर्जा लिया था इस बात से भी वह काफी परेशान थे। परंतु कुछ समय बाद 25 मई 2017 को उनके बड़े भाई राहुल तिवारी की मौत हो गई। 

इस हादसे ने उन्हें अंदर से तोड़ दिया परंतु जैसे-तैसे समझने की कोशिश की तो उनकी पिता की तबीयत खराब हो गई और डॉक्टर ने सर्जरी के लिए बोल दिया फिर वह पूरी तरह से टूट गए।

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परंतु उस समय उनकी दोस्त अक्षांश मैंने उन्हें काफी मोटिवेट किया और परिस्थिति का सामना करने के लिए हौसला दिया। उन्होंने सूरज को एक आक्रमण से पढ़ाई करने  की सलाह दी उसके बाद सूरज ने लगातार 18 घंटे तक एकाग्र मन से पढ़ाई करना शुरू कर दिया।

उनकी मेहनत रंग लाई यूपीएससी की परीक्षा उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 917 रैंक प्राप्त की और  अपना सपना पूरा किया। सूरज की सफलता से पूरे परिवार में खुशहाली का माहौल सा छा गयाउनकी पिताजी ने बताया कि उन्हीं तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनका बेटा इस मुकाम तक पहुंच गया है।

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सूरज तिवारी के कथन (statement of Suraj Tiwari)

  • सूरज नेअपने जीवन के आधार पर कहते हुए बताया है कि प्रतिभा किसी भी व्यक्ति की मोहताज नहीं होती है क्या हुआ अगर मेरे पास पैर नहीं है तो मैं चल नहीं पाऊंगा मैं आसमान में उड़ सकता हूं।
  • सूरज ने कहा कि भले ही मेरे हाथ ना हैं परंतु मेरे पास खुशियां इतनी है कि मैं उन्हें समेट ही नहीं पा रहा हूं।
  • सूरज ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति सच्ची लगन और निष्ठा से किसी काम के लिए मेहनत करता है तो उसे उसमें कामयाबी जरूर मिलती है।

दोनों हाथ-पैर सूरज तिवारी ने ट्रेन हादसे में गंवाए |

दोस्तों सूरज तिवारी जिन्होंने 917 वी रैंक यूपीएससी की परीक्षा में प्राप्त की है। लेकिन उनका जीवन हमेशा हादसों से भरा हुआ रहा है कभी उन्हें पैसों की समस्या तो कभी पारिवारिक समस्या हमेशा उनके ऊपर बनी रही है।

साल 29 जनवरी 2017 की बात है सूरज तिवारी के बड़े भाई राहुल तिवारी की सड़क दुर्घटना से मृत्यु हो जाने के कारण पूरे परिवार में और ज्यादा संकट आ गया। लेकिन कुछ समय बाद ही परिवार अपनी शक्ति से ऊपर ही पाता था।

लेकिन 27 मई 2017 को सूरज तिवारी का एक ट्रेन हादसे में हाथ और पैर दोनों चले गए जिसके कारण परिवार के साथ सूरज तिवारी के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया लेकिन सूरज तिवारी ने कभी भी हार नहीं मानी।

आपने सुना होगा कहते हैं किसी भी व्यक्ति को सफल होने के लिए कोई व्यक्ति की भूमिका रहती है इनके सफल होने में इनके पिताजी की बड़ी भूमिका रहती है व्यक्ति यदि सही कर्म करें तो भगवान भी उसका साथ देते हैं।

ऐसा ही कुछ कारनामा सूरज तिवारी ने करके दिखाया उन्होंने मेहनत की तब भगवान की कृपा से आज एक आईएएस अधिकारी के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं।

सूरज का कुल संपत्ति (Suraj Tiwari Net Worth)

सूरज तिवारी का लगभग नेटवर्क 1700000 रुपए का है और इससे आगे की हमें जानकारी नहीं है जैसे ही हमें इस बात की आगे की जानकारी मिलेगी हम आपको तुरंत ही अपडेट कर देंगे।

सूरज तिवारी की शारीरिक संरचना (physical structure of Suraj Tiwari)

ऊंचाई5 फीट 7 इंच लगभग
भजन63 किलोग्राम लगभग 
आंखों का रंगकाला
बालों का रंग काला 

Q. सूरज तिवारी कौन है?

सूरज तिवारी एक आईएएस अधिकारी है जिन्होंने साल 2022 में यूपीएससी की परीक्षा में 917 रैंक हासिल की है सूरज तिवारी के एक ट्रेन दुर्घटना में दोनों हाथ पैर चले गए थे.

Q. सूरज तिवारी जी का जन्म कहाॅ हुआ था?

सूरज तिवारी का जन्म उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के एक छोटे से गांव किरावली नगर में हुआ था.

Q. सूरज तिवारी का जन्म कब हुआ था?

सूरज तिवारी का जन्म 1995 में हुआ था.

Q. IAS सूरज तिवारी की यूपीएससी में कौन सी रैंक लगी है?

आईएएस सूरज तिवारी की यूपीएससी साल 2022 में 917 रैंक प्राप्त की है

Q. IAS सूरज तिवारी का यूपीएससी में कौन सा माध्यम था?

IAS  सूरज तिवारी यूपीएससी की परीक्षा इंग्लिश माध्यम से दी थी

Conclusion

दोस्तों आज के Article में हमने आईएएस अधिकारी सूरज तिवारी के जीवन परिचय (IAS Suraj Tiwari Biography in hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी दी है सूरज तिवारी का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था  उनका बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनने का सपना था।

लेकिन अपने भाई के गुजर जाने के कारण वह पूरी तरीके से टूट गए थे लेकिन उनके पिता ने उनका आत्मविश्वास बढ़ाया कि तुम आईएएस अधिकारी बन सकते हो तो सूरज तिवारी ने बढ़ेगी। मेहनत और लगन से इस परीक्षा की तैयारी की और आज वह एक आईएएस अधिकारी बन गए हैं।

आज के Article में हमने सुरेश तिवारी से जुड़ी सभी जानकारी आपके लिए ताजा की है आशा करते हैं दोस्तों ऐसी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी धन्यवाद।

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